धर्म के रखवाले आपके नसीब को ईश्वर का चमत्कार क्यों कहते हैं?

जब से मैंने तर्कों का रास्ता अख्तियार किया है तब से कुछ सवाल मेरे मन मे बार- बार उभर कर आ जाते है जिनका उत्तर खोजने के लिए मैं व्याकुल हूँ। मैं नास्तिक होते हुए भी आस्तिक लोगो द्वारा ईश्वर के अस्तित्व के संदर्भ में दिये गए तर्कों पर विचार करने के लिए हमेशा तैयार रहता हूँ। उनका पहला तर्क तो यही होता है कि ईश्वर के अस्तित्व की व्याख्या गीता, वेद, कुरान व बाइबिल जैसे पवित्र ग्रन्थ करते हैं। मेरा सवाल यह है कि अगर वास्तव में ईश्वर है तो इतने धर्म क्यों? क्योंकि ऐसा तो है नही कि वह ग्रह जहां ईश्वर रहता होगा वहाँ धर्म के अनुसार विभाग होंगे, जहाँ मृत्यु पश्चात गयी आत्मा को उसके धर्म के विभाग में भेजा जाता होगा। और अगर वास्तव में ये धर्म ग्रन्थ ईश्वर का प्रतिनिधित्व करते हैं तो इनको ईश्वर द्वारा लिखा होना चाहिए था ना कि मनुष्यों द्वारा। मनुष्यों ने इनको अपनी जरूरतों के हिसाब से खुद लिखा है। इसलिए अगर ध्यान से देखा जाए तो ये ग्रन्थ ईश्वर का नही मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं। दूसरा प्रश्न मेरा यह है कि अगर एक पल के लिए मान लिया जाए क...