एक अनसुलझी पहेली

16000 गोपियों के साथ रासलीला करने का लक्ष्य रखने वाला व स्वयं को भगवान कृष्ण का अवतार बताने वाला कथित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित का नाम, जो आश्रम में पड़े छापे के बाद वर्तमान में काफी चर्चित नाम बन चुका है, उस सूची में दर्ज हो गया जो जनता के धार्मिक विश्वास के साथ खिलवाड़ करने वाले बाबाओं के नाम से भरने की कगार पर है। लेकिन सोचने योग्य यह विषय है कि आसाराम बापू, निर्मल बाबा, रामपाल, राम रहीम जैसे अनेक पाखंडियों के नाम प्रत्येक वर्ष उजागर होते ही रहते है लेकिन इनके प्रति जनता के विश्वास में शायद ही कोई कमी आती है। इस सत्य की परख करने के लिए आपको सुबह टीवी ऑन करना पड़ेगा, जहाँ आस्था से संबंधित चैनलो पर भगवान का गुणगान करते लाखों की संख्या में भक्तों के दर्शन हो जाएंगे। आश्चर्य इस बात से होता है कि भारत में प्रत्येक परिवार किसी न किसी भगवान को अवश्य ही मानता है और शायद कोई भी भगवान गलत काम करने की प्रेरणा नही देता, तो फ़िर अपराध बढ़ क्यों रहे है। क्योंकि सामान्यतः...