आओ जाने बृहस्पति को
1. सूर्य से दूरी के क्रम में इसका स्थान पांचवा है।
2. इसकी संभावना है कि जुपिटर और शनि पर डायमंड्स की बारिश होती है।
3. सोलर सिस्टम के अन्य प्लैनेट्स के मुकाबले जुपिटर सबसे तेज रोटेट करता है, इसलिए अन्य ग्रहों के मुकाबले इसका दिन सबसे छोटा होता है। इसके एक दिन में सिर्फ 10 घंटे होते हैं।
4. अगर सारे ग्रहों का द्रव्यमान जोड़ दिया जाए, फिर भी बृहस्पति का द्रव्यमान उनसे दो गुना ज्यादा बैठेगा।
5. इसका विशाल आकार होते हुए भी इसका भार सूर्य से 1/1000 है.
6. इस पर लिक्विड हाइड्रोजन के महासागर मिलते हैं। इसका अधिकांश वायुमंडल हाइड्रोजन और हीलियम गैसों से बना है।
7. इसके चारों ओर छल्ले पाए जाते हैं। सौरमंडल के चार ग्रहों में वलय हैं और चारों ही गैस ग्रह हैं बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून।
8. जुपिटर एक गैसीय ग्रह है, जिसका मतलब है कि यहां पर सॉलि़ड सर्फेस नहीं है, जहां पर स्पेसक्राफ्ट को लैंड किया जा सके।
9. जब आप जुपिटर को ध्यान से देखोगे तो उस पर एक लाल धब्बा दिखाई देगा। यह लाल धब्बा कुछ और नहीं बल्कि एक बड़ा सा तूफान है। यह तूफान पृथ्वी की तुलना में 3 गुना बड़ा है यह तूफान जुपिटर पर करीब 340 सालों से उमड़ रहा है।
10. जुपिटर हमारे सौरमंडल में एक वैक्यूम क्लीनर की तरह काम करता है क्योंकि बड़ा साइज होने के कारण इसकी ग्रेविटी इधर -उधर विचरते comets and asteroids को अपने अंदर खींच लेती है, जिनकी पृथ्वी से टकराने की संभावना रहती है।
11. पहले इसके सबसे ज्यादा चंद्रमा थे लेकिन सौर मंडल में सबसे ज्यादा चंद्रमा अब शनि ग्रह के पास हैं. 95 चंद्रमाओं के साथ बृहस्पति नंबर एक पर था लेकिन शनि के चंद्रमाओं की संख्या 145 है, जिनमें से 62 इसी साल मई में खोजे गए।
12. इसपर सूर्य की रोशनी को पहुंचने में 43 मिनट लगते हैं और सूर्य का चक्कर यह 12 साल में लगाता है। इसका मतलब है कि इसका एक साल पृथ्वी के 12 साल के बराबर होता है।
Sources
1. NASA
2. ISRO
3. BBC
4. आजतक
5. भौतिक भूगोल - माजिद हुसैन
6. Wikipedia
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